संशोधित नागरिकता कानून और प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी एनआरसी के खिलाफ राजद के बिहार बंद में बंद समर्थकों की गुंडई चरम पर है. एक तरफ राजधानी पटना के डाकबंगला चौराहे पर मारपीट को उतारू राजद कार्यकर्ताओं ने आर भारत न्यूज़ चैनल की टीम पर हमला कर कैमरे को तोड़ दिया वहीं दूसरी तरफ अखबार के मीडिया कर्मी भी इससे बच नहीं सकें. दैनिक जागरण के फोटो जर्नलिस्ट चंद्र प्रकाश मिश्रा ने अपने फेसबुक वाल पर एक तस्वीर को साझा करते हुए राजधानी पटना में राजद कार्यकर्ताओं की गुंडई का हाल को बयान किया है. चंद्र प्रकाश मिश्रा ने फेसबुक पर खुद का टॉयलेट के अंदर खींची गई एक तस्वीर को पोस्ट किया है. पोस्ट के साथ उन्होंने लिखा है कि पटना में एनआरसी सीएए मामले को लेकर बवाल में मीडिया पर हमला कर देने पर हमलोगों को टॉयलेट में छुपना पड़ा.
चंद्र प्रकाश मिश्रा के इस फेसबुक पोस्ट पर लोगों की तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही है. बता दें कि इससे पहले पटना के डाक बंगला चौराहा पर रिपब्लिक टीवी की टीम पर भी राजद समर्थकों ने हमला किया. प्रदर्शनकारियों ने रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के सिनियर रिपोर्टर प्रकाश कुमार के साथ धक्का मुक्की किया. राजद समर्थक ने रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क को रिपोर्टिंग करने से रोकने की कोशिश की. इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने वीडियो जर्नलिस्ट के साथ मारपीट की और कैमरा तोड़ दिया.
वहीं दूसरी तरफ न्यूज़ 24 के बिहार झारखंड हेड सीनियर जर्नलिस्ट अमिताभ ओझा ने एक फेसबुक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है कि -
वहीं दूसरी तरफ न्यूज़ 24 के बिहार झारखंड हेड सीनियर जर्नलिस्ट अमिताभ ओझा ने एक फेसबुक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है कि -
आरजेडी के बिहार बंद के दौरान खुलेआम गुंडागर्दी सड़कों पर देखने को मिली। आरजेडी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पटना के डाकबंगला चौराहा पर मीडियाकर्मियों पर भी हमला बोल दिया। मीडियाकर्मियों के कई कैमरे तोड़ दिए गए उनके वाहनों के साथ भी तोड़फोड़ की गई है। प्रदर्शनकारियों ने ओवी वैन में भी तोड़फोड़ की है। पटना में आरजेडी समर्थकों ने कई अन्य पत्रकारों के साथ भी बदसलूकी की। रिपब्लिक टीवी के ब्यूरो प्रमुख प्रकाश सिंह के साथ हाथापाई किया गया और कैमरा तोड़ दिया तो दैनिक जागरण के छायाकार दिनेश कुमार को लाठी से मारकर जख्मी कर दिया।
वहीं वरिष्ठ पत्रकार कन्हैया भेलारी ने इस घटना पर लिखा है कि
ठीके कहल बा कि आदमी एण्ड संस्थान के नेचर ना बदलता है. बिहार बंदी के दौरान सत्ता को भुखाईल कंगरेसियों ने पतरकारों को दउरा दउरा कर पटना की सड़कों पर पीटा. कई मितर लोग का कान, कपार फुट गया त कतनन कैमरामेन के कमरा टूट गईल.