पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर बड़े बड़े वादों और दावों करने वाले डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय की पीपुल फ्रेंडली पुलिस का भयावह चेहरा पटना में देखने के लिए मिला है. दरअसल राजधानी पटना के पाटलिपुत्रा थाना परिसर में पुलिस वालों ने रिपोर्टिंग पर निकले पत्रकार की जमकर पिटाई कर दी. न्यूज़ ऑफ़ बिहार के पत्रकार जयकांत चौधरी सोमवार को फॉर्टिस हॉस्पिटल के पास किन्नरों के प्रदर्शन का रिपोर्टिंग करने पंहुचे थे जहां खबर के लिए विडियो बनाते समय कुछ पुलिस वालों ने आकर उनका मोबाइल छिनने का प्रयास किया. वह बार-बार खुद के पत्रकार होने का परिचय देते रहे लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस वालों ने पत्रकार की एक भी नहीं सुनी. जयकांत चौधरी द्वारा विरोध करने पर पुलिस वाले उन्हें पाटलिपुत्रा थाने लेकर चले गए. जहां पुलिस वालों ने जबरदस्ती उनका मोबाइल छीन लिया और रिपोर्टिंग के दौरान लिए गये सभी फूटेज भी डिलीट कर दिए. फूटेज डिलीट करने के बाद उन्हें थाने के अंदर ही एक कमरे में बंद कर दिया गया, जहां उनके साथ मारपीट की गई. जिसके बाद जयकांत किसी तरह अपने घर पहुंचे. परिजनों ने इलाज हेतु उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया.
पत्रकार जयकांत चौधरी को अस्पताल पंहुची पत्नी रीना चौधरी ने कहा है कि मेरे पति की हालत बहुत नाजुक है. जब मैं उनके पास पंहुची तो नाक से ब्लीडिंग हो रही थी और शरीर पर काफी चोटें भी आयीं हैं. हालांकि इस मामले में पत्रकार जयकांत चौधरी ने थाने में मामला दर्ज करा दिया है. दर्ज मामले में पत्रकार जयकांत चौधरी ने यह भी बताया है कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट के क्रम में गुप्तांग पर भी हमला किया. अब देखना दिलचस्प होगा की रिपोर्टिंग पर निकले पत्रकार की बेरहमी से हुई पिटाई पर प्रशासन के साथ पत्रकार संघ क्या कदम उठाती है.
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