आईटीवी नेटवर्क ( इंडिया न्यूज, न्यूज एक्स) की सेलरी हड़प नीति से कर्मचारी परेशान हैं. कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी ने पहले दो महीने की सैलरी लेट दी। बाद में अब तक दो महीने की सैलरी दी ही नहीं। इसके बावजूद मोटी सैलरी वाले कर्मचारियों को शिवगामी देवी (एचआर हेड) का सीधा फरमान है कि वह अपने लिए नई नौकरी ढूंढ लें। हर कर्माचारी को इस तरह से प्रताड़ना झेलना काफी परेशान कर रहा है। छोटी सैलरी वाले कर्मचारियों के लिए तीन महीने से सैलरी न आना उनके दर्द को बयां कर रहा है। हर कर्मचारी का अलग-अलग दुख है लेकिन किसी के पास कोई जवाब नहीं है।

सोचिए, 15 हजार की सैलरी लेने वाला कर्मचारी 2 महीने का ख़र्चा दिल्ली एनसीआर में कैसे उठा पाएगा। अगर नवम्बर की सैलरी आ भी जाती है तो वो उधारी में ही चली जाएगी। फिर लोगों के पास कुछ नहीं बचेगा। पर इन सब बातों से प्रबंधन अंधा बना हुआ है।

उधर, अपने कर्मचारियों के लगातार पैसे मारने वाला मीडिया ग्रुप आईटीवी नेटवर्क के चैनल इंडिया न्यूज हरियाणा, इंडिया न्यूज पंजाब की सैलरी पिछले 2-3 महीनों से नहीं आई है। कई कर्मचारियों की अक्टूबर की सैलरी आधी आई है। अभी जनवरी में भी सैलरी आने के कोई आसार नहीं हैं। वहीं इस ग्रुप ने अपने एंटरटेनमेंट चैनल पी ट्यून्स के कर्मचारियों को दिल्ली शिफ्ट करने या रिजाइन करने को कह दिया है।

एक पीड़ित मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
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