उत्तर भारत के एक दैनिक अखबार में रेल पार्सल का जिम्मा अमेजन को दिए जाने की खबर का रेलवे ने खंडन किया है और खबर को भ्रामक बताया है.
इस संदर्भ में बुधवार को पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) राजेश कुमार ने बताया कि एक प्रमुख हिंदी दैनिक में 'भारतीय रेल : ट्रेनों में पार्सल की जिम्मेदारी अब अमेजन को, खतरे में होंगी हजारों नौकरियां' शीर्षक से समाचार प्रकाशित की गयी है. इस संबंध में यह स्पष्ट किया जाता है कि समाचार तथ्यात्मक रूप से गलत और भ्रामक है . क्योंकि रेलवे द्वारा पार्सल व्यवसाय को संभालने की जिम्मेदारी अमेज़न या किसी अन्य संस्था को नहीं सौंपी गई है. रेलवे की पार्सल सेवाएं मौजूदा पैटर्न पर चलती रहेंगी.
अमेज़न इंडिया को रेलवे पार्सल सेवाओं के एक और ग्राहक के रूप में लाया जा रहा हैण् यह पायलट परियोजनाए बिना किसी ग्राहक के हितों को प्रभावित किए रेलवे के पार्सल व्यवसाय को बढ़ाने के कई प्रयासों में से एक है.
संबंधित समाचार के माध्यम से गलत और भ्रामक जानकारी देकर रेलवे की छवि को धूमिल करने और रेलवे ग्राहकों के बीच अविश्वास उत्पन्न करने का प्रयास है. इस पायलट परियोजना से किसी भी रेलवे कर्मचारी की नौकरी किसी भी तरह से प्रभावित नहीं होने वाली है. लोडिंग—अनलोडिंग श्रमिकों द्वारा संभावित हड़ताल से निबटने में रेलवे पूरी तरह से सक्षम है.
Post a Comment