देश के प्रतिष्ठित मीडिया समूह में शुमार नेटवर्क18 (Network 18) में कई बदलाव किए गए हैं। इसके तहत समूह ने अपने कंसल्टिंग एडिटर ब्रजेश कुमार सिंह का प्रमोशन कर दिया है। उन्हें अब ‘न्यूज18 गुजरात’ और ‘न्यूज18 बिहार’ का हेड बनाया गया है। बताया जाता है कि इन दोनों चैनल्स के एडिटर राजीव पाठक और प्रभाकर कुमार अब ब्रजेश कुमार सिंह को रिपोर्ट करेंगे।
मैनेजिंग एडिटर (स्पेशल प्रोजेक्ट्स) के तहत अपनी नई भूमिका में ब्रजेश कुमार सिंह समूह के कुछ और बड़े प्रोजेक्ट्स पर भी काम करेंगे। वह समूह के सभी चैनल्स पर पॉलिटिक्स और अन्य टॉपिक्स को लेकर भी टिप्पणी किया करेंगे। बता दें कि ब्रजेश कुमार सिंह ने कुछ महीने पहले ही ‘जी’ समूह को बाय बोलकर ‘नेटवर्क18’ का दामन थामा है। मूल रूप से बिहार के रहने वाले ब्रजेश कुमार सिंह गुजरात को अपनी कर्मभूमि मानते हैं और यहां के लोगों, राजनीति व मुद्दों से भलीभांति परिचित हैं।
बता दें कि ‘नेटवर्क18’ को जॉइन करने से पहले ब्रजेश कुमार 'जी मीडिया' (ZMCL) में ग्रुप एडिटर (पॉलिटिकल अफेयर्स एंड स्पेशल प्रोजेक्ट) के पद पर कार्यरत थे। उनका कार्य तमाम चैनलों के इंटीग्रेशन और कनवर्जेंस पर भी फोकस करना था। ब्रजेश कुमार सिंह जून 2017 में 'जी समूह' के साथ जुड़े थे। तब वे ‘जी समूह’ के न्यूज चैनल ‘जी हिन्दुस्तान’ के मैनेजिंग एडिटर के तौर पर आए थे।
वे यहां गुजराती न्यूज चैनल ‘एबीपी अस्मिता’ (ABP Asmita) के एग्जिक्यूटिव एडिटर के पद से इस्तीफा देकर पहुंचे थे। बता दें कि ‘जी समूह’ के साथ वे तीन पारियां खेल चुके हैं। ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री में 25 साल का अनुभव रखने वाले ब्रजेश कुमार ‘एबीपी न्यूज’ से पहले ‘जी न्यूज’, ‘आजतक’ और ‘अमर उजाला’ में काम कर चुके हैं।
देश के प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान 'आईआईएमसी' के 1996 बैच के पूर्व छात्र रहे सिंह ने पत्रकारिता में अपने करियर की शुरुआत सितंबर 1996 में हिंदी दैनिक ‘अमर उजाला’ से की, जहां एक साल से भी ज्यादा समय तक रिपोर्टर/सब एडिटर के रूप में अपना योगदान दिया। दिसंबर, 1997 में उन्होंने 'अमर उजाला' को अलविदा कह दिया और कुछ दिन बाद यानी जनवरी 1998 में वे ‘जी न्यूज’ आ गए।
1999 में जब ‘जी न्यूज’ का अहमदाबाद ब्यूरो शुरू हुआ, तब उन्होंने यहां अहम भूमिका निभाई, लेकिन कुछ ही समय बाद जी का रीजनल न्यूज चैनल ‘जी गुजराती’ शुरू हुआ और वे इसके साथ जुड़ गए और तीन साल से भी अधिक समय तक यहां काम किया। इस दौरान उन्होंने जनवरी 2001 में आए कच्छ भूकंप, 1999 के लोक सभा चुनाव और गुजरात सूखे समेत कई अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं को कवर किया।
सिंह इसके बाद जून 2001 में हिंदी न्यूज चैनल ‘आजतक’ के साथ बतौर करेसपॉन्डेंट जुड़ गए, लेकिन वे यहां सिर्फ 7 महीने ही रहे और दिसंबर 2001 में वे फिर ‘जी न्यूज’ लौट आए। इस बार इन्हें चैनल में प्रिंसिपल करेसपॉन्डेंट की जिम्मेदारी दी गई और लगभग एक साल तक काम करते रहे और इसके बाद वे ‘एबीपी’ चले गए थे। उन्होंने अहमदाबाद के डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ओपन यूनिवर्सिटी से पीएचडी (मास कम्युनिकेशन) की है।
Post a Comment